उत्तराखण्डक्राइमपौड़ी

दस लाख रुपए की आनलाइन ठगी का आरोपी जयपुर से गिरफ्तार

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने शाबाशी देकर पुलिस टीम को पांच हजार रुपए का दिया ईनाम

कोटद्वार। पुलिस ने आनलाइन ठगी के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने स्थानीय महिला को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर डराकर दस लाख रूपये की आनलाइन ठगी की थी। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पांच हजार रूपये का ईनाम दिया गया।

पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक विगत 13 अगस्त को स्थानीय सिताबपुर निवासी मंजूबाला ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि 8 जुलाई को उनके मोबाइल में अज्ञात व्यक्ति अभिषेक शेख निवासी कोलाबा मुंबई की व्हाट्सप्प काल प्राप्त हुई। जिसमें उसने खुद को एयरटेल कस्टमर सर्विस का अधिकारी बताते हुए कहा कि आपका आधार कार्ड अवैध गतिविधि में लिप्त होने के कारण आपके खिलाफ काल बॉम्बिंग से संबंधित मुकदमा दर्ज है तथा मुकदमें को उसके द्वारा आनलाइन खत्म करने के लिए आपके बैंक खातों व उसमें जमा रकम की जांच की जानी आवश्यक है।


पीड़िता द्वारा ठग के झांसे में आकर अपनी दस लाख रुपए राशि की एफडी तोड़कर ठग द्वारा बताए गए यूनियन बैंक के खाते ट्रांसफर कर दी गई। ठग द्वारा कुछ दिनों झूठे आश्वासनों में उलझाए रखने के बाद फोन से संपर्क तोड़ दिया गया।

कोतवाली पुलिस द्वारा तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ धारा 318(4) बीएनएस के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच शुरू की गई। प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार रमेश तनवार के नेतृत्व में गठित पुलिस व साइबर सर्विलांस की संयुक्त टीम गठित की गई। गठित पुलिस टीम द्वारा डिजिटल लोकेशन सर्विलांस तथा इंटर-स्टेट कॉर्डिनेशन के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारियां व साक्ष्य संकलित करते हुए ठगी में संलिप्त तनवीर अय्यूब अतार (50 वर्ष) पुत्र अयूब अत्तार निवासी सर्वोदय पथरी पुल (महाराष्ट्र) को जयपुर (राजस्थान) से गिरफ्तार किया गया। पकड़ा गया आरोपी एक संगठित साइबर ठगी गिरोह का सदस्य है। यह गिरोह डिजिटल अरेस्ट के नाम पर देशभर में लोगों को ठगने की गतिविधियों में सक्रिय है। पुलिस टीम द्वारा इस गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस टीम द्वारा आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश कर आवश्यक वैद्यानिक कार्यवाही की जा रही है।

पुलिस टीम में उप निरीक्षक विनोद चपराणा, अपर उप निरीक्षक दीपक अरोडा (साईबर सैल), आरक्षी अमरजीत (साईबर सैल) व अरविन्द राय (साईबर सैल) शामिल थे।

Ad Ad Ad Ad Ad

चन्द्रपाल सिंह चन्द

संपादक - देवभूमि दर्पण
Back to top button