साजिश के तहत मतदाता सूची से काटे गए मतदाताओं के नाम: एडवोकेट राणां

कोटद्वार। उत्तराखण्ड स्थानीय निकाय चुनाव में सरकार द्वारा बड़ी भारी संख्या में मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम काटना लोकतंत्र के साथ एक भद्दा मजाक है। चुनाव आयोग को इस बात पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए।
पूर्व राज्यमंत्री व कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट जसबीर राणा ने कहा कि पूरे प्रदेश मे मतदाता सूची में बड़ी संख्या मे स्थानीय मतदाताओं के नाम गायब थे। मतदान सूची में अपना नाम ढूंढने के लिये मतदाता दिन भर भटकते रहे। लेकिन बाद में उन्हें निराशा ही मिली। जिस कारण बड़ी संख्या में मतदाता निकाय चुनाव में मतदान से वंचित रहे। जबकि विगत लोकसभा के चुनाव में इन मतदाताओं द्वारा मतदान किया गया था।
एडवोकेट राणां ने रोष ब्यक्त करते हुए कहा कि साजिश के तहत मतदाताओं के नाम चुन चुन कर मतदाता सूचियों से काटे गये हैं। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के लिये यह भद्दा मजाक ठीक नही है। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि जब जब भाजपा को अपनी हार नजर आती है तब तब वह इस प्रकार के हथकंडे अपनाती रहती है। उन्होंने चुनाव आयोग से इस बात को संज्ञान में लेकर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा है।











