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सही योजना और मेहनत से कोई भी उद्यम सफल बनाया जा सकता है

उद्यमिता विकास कार्यक्रम में स्थानीय होमस्टे उद्यमी ने सफलता व अनुभव को किया साझा

कोटद्वार। भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मे आयोजित उद्यमिता विकास कार्यक्रम में स्थानीय उद्यमी द्वारा प्रतिभागियों के समक्ष सफल उद्यम के गुरु साझा किए गए। उन्होंने बताया कि सही योजना और मेहनत व व्यवहार से किसी भी उद्यम को सफल बनाया जा सकता है।

शुक्रवार को महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के नौवें दिन स्थानीय उद्यमी विमल रावत ने बताया कि उन्होंने तीन वर्ष पूर्व अपने गांव जयहरीखाल में अपने खाली घर को होमस्टे में संचालित कर रहे हैं। इस उद्यम से उन्हें एक अच्छी आय प्राप्त हो रही है। इसके अलावा होमस्टे में आने वाले मेहमानों के साथ अपने आत्मीय संबंधों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मेहमानों की सकारात्मक प्रतिक्रिया और मौखिक प्रचार भी उनके लिए प्रेरणा बन रही है। 

उद्यमी रावत ने अपने होमस्टे की तस्वीरें साझा करते हुए बताया कि जयहरीखाल में महंगी दरों वाले अनेक होटल हैं। लेकिन उनके होमस्टे की सस्ती दरों और आत्मीय माहौल के कारण मेहमान नियमित रूप से उनके यहां आते हैं। उन्होंने बताया कि तीन वर्ष पहले उन्होंने छत्तीसगढ़ से कड़कनाथ मुर्गे खरीदे थे। लेकिन इस उद्यम में उन्हें सफलता नहीं मिली। लेकिन हार न मानते हुए दुबारा प्रयास किया। उन्होंने बताया कि कड़कनाथ मुर्गे में अन्य प्रजातियों की तुलना में तीन फीसदी अधिक आयरन होता है। इसके एक अंडे की कीमत लगभग चालीस से पचास रुपये है। जो प्रतिमाह अच्छी बचत देता है। उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों को अपना उद्यम शुरू करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि सही योजना और मेहनत से कोई भी उद्यम सफल बनाया जा सकता है।

नोडल प्रभारी डा. विक्रम सिंह ने उद्यमिता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारा राज्य नए उद्यमियों की मदद से प्रगति कर सकता है। उन्होंने प्रतिभागियों को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करते हैं। 
कार्यशाला में महाविद्यालय की प्राचार्य डा. प्रो. लवली रानी राजवंशी ने कहा कि उद्यमिता विकास कार्यक्रम युवाओं को स्वावलंबी बनाने और उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि विमल रावत की सफलता की कहानी यह साबित करती है कि सही योजना, लगन और मेहनत से कोई भी उद्यम सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वह उद्यमिता के क्षेत्र में आगे आकर अपने सपनों को साकार करें। 

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चन्द्रपाल सिंह चन्द

संपादक - देवभूमि दर्पण
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