उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत गुमखाल बाजार में किया सर्वेक्षण
स्थानीय ब्यापारियों ने बताई बाजार की मांग व ब्यवायिक चुनौतियां

कोटद्वार। भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल में आयोजित उद्यमिता विकास कार्यक्रम (ईडीपी) के तहत एक व्यापक बाजार सर्वेक्षण आयोजित किया गया। इस सर्वेक्षण में ईडीपी के प्रतिभागी, टीम के सदस्यों सहित संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे।

मंगलवार को उद्यमिता विकास कार्यक्रम के छठवें दिन निकटवर्ती गुमखाल बाजार में आयोजित इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य छात्रों और युवा उद्यमियों को बाजार की मांग, आपूर्ति श्रृंखला, बाजार मूल्य निर्धारण तथा ग्राहकों के विश्वास को समझने में मदद करना था। जिससे वह निकट भविष्य में लाभदायक व्यवसाय स्थापित कर सकें।

सर्वेक्षण के दौरान प्रतिभागियों ने बाजार के दुकानदारों और व्यवसायियों से विस्तृत बातचीत करते हुए उनके व्यवसायिक प्रयासों तथा ग्राहकों के साथ संबंधों का गहन विश्लेषण किया। व्यवसायियों ने प्रतिभागियों को अपने स्थानीय उत्पादों जूस, सिरप, स्क्वैश, हिमालयन मिलेट्स और मिठाइयों के बारे में जानकारी देते हुए उनकी व्यावसायिक चुनौतियों को बताया।

व्यवसायियों ने मानसून के दौरान आने वाली समस्याओं, उत्पादों की पैकेजिंग और गुणवत्ता के विषय में बताते हुए कहा कि अच्छी पैकेजिंग और उत्पादों की उच्च गुणवत्ता सफल उद्यमिता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. डा. लवली रानी राजवंशी ने बताया कि यह सर्वेक्षण न केवल प्रतिभागियों के लिए एक शैक्षणिक अनुभव था, बल्कि इसने उन्हें व्यावहारिक ज्ञान और स्थानीय बाजार की समझ प्रदान की है। प्राचार्य राजवंशी ने कार्यक्रम के सफल आयोजन पर महाविद्यालय प्रशासन व ईडीपी टीम को बधाई देते हुए कहा कि इस सर्वेक्षण के माध्यम से युवा उद्यमियों को भविष्य में सफल व्यवसायिक रणनीतियां विकसित करने में मदद मिलेगी।
सर्वेक्षण का नेतृत्व नोडल प्रभारी डा. विक्रम सिंह ने किया। जबकि कार्यक्रम समन्वयक रश्मि द्वारा सर्वेक्षण के दौरान प्रतिभागियों को सहायता प्रदान की गयी। इस मौके पर महाविद्यालय के अन्य संकाय सदस्यों डा. डीएस. चौहान, डा. आरके सिंह, विमल कुमार, आशीष गौड, वरुण कुमार, शोएब ए. अंसारी रंजना असवाल व रूप सिंह आदि उपस्थित थे।











