बच्चों को धार्मिक शिक्षा देना बेहद जरूरी: विधायक दिलीप रावत
मजकोट महोत्सव में बिखरी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक

कोटद्वार। विकास खंड जयहरीखाल की पट्टी कौड़िया के अंतर्गत ग्राम मजकोट में प्रवासी ग्रामीणों द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ग्राम महोत्सव में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए। महोत्सव के दूसरे दिन आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय विधायक महंत दिलीप रावत बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।


मंगलवार को महोत्सव का शुभारम्भ विधायक महंत दिलीप रावत व भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रवीण कुकशाल व पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य अनीता बुड़ाकोटी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। इस दौरान ग्राम विकास समिति द्वारा अतिथियों को अंग वस्त्र ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया।


इस दौरान महिलाओं द्वारा स्वागत गीत सरस्वती बंदना, भजन व नृत्य पेश किए गए। वहीं, छोटे बच्चों द्वारा पहाड़ी गीतों पर लोक नृत्यों व योगा की शानदार प्रस्तुतियां दी गयी। जिन्हें उपस्थितजनों द्वारा काफी सराहा गया।

मुख्य अतिथि महंत दिलीप रावत ने अपने संबोधन में कहा कि आज गर्व की बात है कि मोदी व योगी जी के समय में आदमी सनातन की तरफ दुबारा लौट रहा है। आज हमें अपने बच्चों को धार्मिक शिक्षा व संस्कार देना बेहद जरुरी हैं। किसी धार्मिक कार्यक्रम में या पूजा पाठ करते समय अपने बच्चों को भी सम्मिलित करें। जब तक हम अपने बच्चों को भगवान राम या श्रवण कुमार की कथा सुनाकर धार्मिक शिक्षा नहीं देंगे तो यह मत सोचना कि आपके बच्चे बुढ़ापे में आपकी सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें सनातन धर्म की रक्षा के लिए सामाजिक भेदभाव को खत्म करना होगा।

विधायक महंत दिलीप ने कहा कि जिसे अपनी माटी से प्यार नहीं है वह जानवर से भी बदत्तर है। उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों व प्रवासियों से अपील करते हुए कहा कि वह समय समय पर अपने गांव में बच्चों को लेकर आएं तथा अपने आधार कार्ड व मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाकर गांव के विकास में सहयोग करें।
कार्यक्रम का संचालन अनुज बुड़ाकोटी ने किया। इस मौके पर पूर्व प्रधानाचार्य बीरेंद्र बुड़ाकोटी, पंकज बुड़ाकोटी, अनिल बुड़ाकोटी, प्रवक्ता शकुंतला बुड़ाकोटी, सारिका बुड़ाकोटी, मीना धस्माना, रचना बुड़ाकोटी, पूनम डुकलान समेत आदि ग्रामीण व प्रवासीजन उपस्थित रहे।











