उत्तराखण्डपौड़ी

संत न होते तो यह संसार विनाश की ओर बढ़ जाता : सविंदर कौर

संत निरंकारी मिशन हल्दुखाता द्वारा आयोजित किया गया विशाल सत्संग

कोटद्वार। संत निरंकारी मिशन की हल्दुखाता शाखा द्वारा उत्तरी झंडीचौड़ के रामलीला मैदान में विशाल निरंकारी सत्संग का भव्य आयोजन किया गया। इस दौरान दूरदराज से भारी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं द्वारा आध्यात्मिक प्रवचनों का श्रवण किया गया।

रविवार को रामलीला मैदान में आयोजित सत्संग में सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज का पावन सन्देश देते हुए मसूरी जोन -55 से पधारी आदरणीय बहन सविंदर कौर (स्याणी) जी ने आध्यात्मिक प्रवचनों में कहा कि महापुरुष संसार का भला करने के लिए ही इस धरती पर आते हैं। संत परोपकारी होते हैं। संतो के भीतर दया, करुणा और प्रेम का अथहा भंडार होता है।

उन्होंने कहा यदि संत न होते तो यह संसार विनाश की ओर बढ़ जाता। संतों की कृपा इतनी प्रभावशाली होती है कि विधाता का विधान तक बदल जाता है। उनके चरणों की धूल माथे पर लग जाए तो माथे पर लिखे बुरे लेख भी मिट जाते हैं। यदि संत किसी को सच्चे मन से आशीर्वाद प्रदान करें तो न केवल जीवन की समस्याओं का समाधान होता है। बल्कि जन्म मरण का चक्र भी समाप्त हो जाता है। इस दौरान भारी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा आध्यात्मिक सत्संग का श्रवण किया गया।

आयोजित सत्संग कार्यक्रम में निरंकारी सेवादल द्वारा पार्किंग, बैठक, लंगर, और सुरक्षा आदि की ब्यवस्था बनाते हुए तन मन से सेवा की गयी। इस सत्संग कार्यक्रम के आयोजक शाखा हल्दुखाता के प्रतिनिधियों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज में प्रेम, भाईचारा और मानवता का संदेश फैलाते हैं। निरंकारी मिशन का उद्देश्य भी सत्संग के द्वारा हर दिल में आध्यात्मिकता की ज्योति जगाना है।

कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए संयोजक मंडल द्वारा उपस्थित समस्त श्रद्धालुओं, सेवादारों और सहयोगियों का हार्दिक आभार प्रकट किया गया।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

चन्द्रपाल सिंह चन्द

संपादक - देवभूमि दर्पण
Back to top button