पुलिस व एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई, दो ईनामी शूटर हुए पुलिस मुठभेड़ में ढेर, पिस्टल, कार्बाइन व कारतूस हुए बरामद
पत्रकार बाजपेयी हत्याकांड में शामिल थे दोनों शूटर, पुलिस तीन आरोपियों को पहले ही भेज चुकी है जेल

सीतापुर। पुलिस व एसटीएफ की संयुक्त टीम ने गुरुवार सुबह मुठभेड़ के दौरान दो ईनामी शूटरों को ढेर किया है। मारे गए दोनों शूटरों ने पत्रकार बाजपेयी हत्याकांड को अंजाम दिया था। इस हत्याकांड की साजिश के तीन आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस व एसटीएफ की संयुक्त टीम आज गुरुवार सुबह पिसावां थाना क्षेत्र में चेकिंग कर थी। महोली -पिसावां मार्ग पर दूल्हापुर तिराहे के निकट पुलिस ने जब बाइक सवार दो युवकों को जब रोकने का प्रयास किया तो बाइक सवार युवकों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में बाइक सवार दोनों युवक गोली लगने से बुरी तरह घायल हो गए। पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों को उपचार के लिए पहले सीएचसी पिसावां लाया गया। जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों की शिनाख्त पहचान संजय तिवारी उर्फ अकील खान और राजू तिवारी उर्फ रिजवान खान निवासी ग्राम अटवा (मिश्रिख) के रूप में हुई है।

पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि घटनास्थल से एक कार्बाइन, एक पिस्टल व कारतूस बरामद हुए हैं। मारे गए दोनों आरोपी पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड के शूटर थे। इनके ऊपर पूर्व में एक एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। उन्होंने बताया कि पत्रकार बाजपेई हत्याकांड में तीन आरोपियों पुजारी विकास राठौर उर्फ शिवानंद, निर्मल सिंह और असलम गाजी को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी थी। जबकि हत्याकांड के दोनों फरार शूटरों को पुलिस की पांच टीमें तलाश रही थी।
गौरतलब है कि महोली में कार्यरत दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की विगत आठ मार्च को सीतापुर -बरेली हाईवे पर हेमपुर रेलवे ओवरब्रिज में अज्ञात शूटरों ने चार गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले का दस अप्रैल में पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने हत्याकांड की साजिश में शामिल कारदेव मंदिर के पुजारी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस पूछताछ में इन दो शूटरों के नाम प्रकाश में आए थे। पुलिस मुठभेड़ में मारे गए दोनों शूटर सगे भाई थे।














