उद्यमिता विकास कार्यक्रम में स्वरोजगार अपनाने को किया प्रेरित
उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी गयी

कोटद्वार। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल में देवभूमि उद्यमिता विकास कार्यक्रम में उद्यमिता की अवधारणा पर गहन चर्चा हुई। कार्यक्रम में उपस्थित छात्र छात्राओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
शुक्रवार को महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दूसरे दिन परियोजना अधिकारी सर्वेंद्र रावत द्वारा उपस्थित छात्र छात्राओं को उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि एक सफल उद्यम के लिए अवसरों की पहचान, जोखिम लेने की क्षमता, संसाधनों का सही उपयोग और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सतत प्रयास आवश्यक हैं।

परियोजना अधिकारी रावत द्वारा उपस्थितजनों के साथ एसडब्लूओसी एनालिसिस, मार्केट सर्वे, फंड, रॉ मैटेरियल्स, रिसोर्स पर्सन तथा मैनेजमेंट जैसे महत्वपूर्ण तत्वों पर भी चर्चा की गयी। उन्होंने उत्तराखंड में एरोमेटिक और बीकीपिंग जैसे उभरते हुए क्षेत्रों पर विशेष जोर देते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में रोजगार की बहुत संभावनाएं हैं। उन्होंने उत्तराखंड के युवाओं को इन क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
महाविद्यालय के उपस्थित छात्र छात्राओं के साथ हुए इंटरएक्टिव सत्र में महाविद्यालय की छात्र नवनीत द्वारा नौकरी को लेकर परिवार और समाज की उम्मीदों के बारे में अपनी चिंता व्यक्त करते हुए बताया गया कि पहाड़ी क्षेत्रों में नौकरी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है। लेकिन वह कोचिंग सेक्टर में अपना उद्यम स्थापित करना चाहते हैं।
कार्यक्रम के अंत में परियोजना अधिकारी रावत द्वारा उत्तराखंड के सफल युवा उद्यमियों के बारे में बताया गया। उन्होंने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना सहित अन्य लाभकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर एलआर राजवंशी ने उपस्थित छात्र छात्राओं के उत्साह की सराहना करते हुए कहा कि इस योजना का लाभ युवाओं तक पहुंचाने में वह सफल होंगे।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. विक्रम सिंह ने नवोदित उद्यमियों को मशरूम उत्पादन, मिलेट्स, मोमबत्ती निर्माण और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में अवसरों की तलाश करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में उद्यम स्थापित करके युवा अपना भविष्य उज्ज्वल बना सकते हैं।
इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारीगण एंव छात्र छात्राएं आदि उपस्थित रहे।











