स्वच्छता व्यवहार को जन जन तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकताः सीडीओ
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 की तैयारी तेज, जनपद स्तर पर कार्यशाला हुई आयोजित

पौड़ी। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 की तैयारियों को लेकर जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी द्वारा की गयी। इस मौके पर खंड विकास अधिकारियों सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
गुरुवार को विकास भवन में आयोजित कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 की शुरुआत 23 जून से की जा रही है। जिसमें गांव, ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर स्वच्छता के विभिन्न मानकों पर रैंकिंग निर्धारित की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया का मकसद केवल रैंकिंग प्राप्त करना ही नहीं है, बल्कि स्थायी स्वच्छता व्यवहार को जन जन तक पहुंचाना भी है।
उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिले के सभी तीन हजार गांवों में स्वच्छता के निर्धारित मानकों के अनुसार प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। विशेषकर उन्होंने शौचालयों, ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण और स्रोत पर कूड़े के पृथक्करण जैसे बिंदुओं पर गंभीरता से कार्य करने को कहा। उन्होंने सभी ब्लॉकों में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट की स्थिति को मजबूत करने पर भी जोर दिया।
मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि कि प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर बैठकें आयोजित कर रविवार तक सर्वेक्षण की सभी तैयारियां पूर्ण की जाएं। साथ ही बीडीओ के माध्यम से ग्राम पंचायतों को सर्वेक्षण की प्रक्रिया, उद्देश्य एवं मानकों की विस्तृत जानकारी दी जाए। उन्होंनेs जनजागरूकता के लिये महिला मंगल दल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा व ग्राम विकास अधिकारियों को सक्रिय भूमिका निभाने को कहा गया। सीडीओ ने कहा कि जिला पंचायत और सभी बीडीओ के आपसी समन्वय से कॉम्पैक्टर वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए तथा बायोगैस संयंत्रों की कार्यशीलता का भौतिक सत्यापन कर उसकी रिपोर्ट तैयार करें। उन्होंने राजनीतिक प्रतिनिधियों की भागीदारी और प्रचार प्रसार के माध्यम से अधिक से अधिक नागरिकों को स्वच्छता अभियान से जोड़ने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 ऐप की जानकारी आम जनमानस को दें।
स्वजल प्रबंधक दीपक रावत ने बताया कि आम नागरिकों से स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 मोबाइल ऐप के माध्यम से फीडबैक प्राप्त किया जायेगा। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। जिसके जरिये 13 बिंदुओं पर नागरिकों की राय ली जायेगी। इनमें सार्वजनिक परिसंपत्तियों की सफाई, अस्पतालों और विद्यालयों की स्वच्छता, कचरे का पृथक्करण, जल स्रोतों की स्थिति, दृश्य स्वच्छता आदि शामिल हैं।
बैठक में बाल विकास अधिकारी देवेंद्र थपलियाल, अपर समाज कल्याण अधिकारी अनिल सेमवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।











