गहरी खाई में मिला लापता युवक का शव, जांच में जुटी पुलिस
आशंका: आर्थिक तंगी ने भाई बहन को किया आत्महत्या के लिए मजबूर

चमोली। जनपद के भविष्य बदरी मोटर मार्ग पर एक जली हुयी कार में महिला का जला शव मिलने के बाद पुलिस, आईटीबीपी, एसडीआरएफ की संयुक्त सर्च टीम को गहरी खाई से लापता कार चालक का शव भी बरामद हो गया है। पुलिस के अनुसार मामला आर्थिक तंगी के कारण खुदकुशी का भी हो सकता है। फिलहाल मृतक की पोस्टमार्टम, एफ एसएल व विसरा रिपोर्ट के बाद ही कुछ साफ हो पाएगा।

गौरतलब है कि बीते छह अप्रैल को जोशीमठ के भविष्य बदरी मोटर मार्ग में ग्राम चांचड़ी के निकट एक कर्नाटक नम्बर कार केए-01/एजी 0590 पूरी तरह जली हालत में मिली। जिसके अंदर एक महिला का पूरा जला हुआ शव बरामद हुआ था। शव की शिनाख्त श्वेता सेनापति के रूप में हुयी थी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर वाहन चालक की खोज शुरू कर दी थी। मामले की जांच कर रही पुलिस टीम चालक की खोज में उड़ीसा व विशाखापट्टनम तक भी गयी थी। पुलिस टीम ने जोशीमठ से लेकर ऋषिकेश तक अनेक स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने खंगाले थे। आज दोपहर लगभग पौने दो बजे के आसपास घटनास्थल के निकट खाई में खोजबीन कर रही सर्च टीम को जली कार के निकट लगभग तीन चार सौ मीटर गहरी खाई में एक पुरुष का शव मिला है। शव की शिनाख्त सुनील सेनापति के रूप में हुयी। शव के दोनों हाथ जले हुए थे तथा मुंह से झाग आया हुआ था। पुलिस को घटनास्थल से एक जहर की बोतल भी मिली है। अनुमान लगाया जा रहा है कि संभतः दोनों भाई बहन ने जहर पिया होगा। पुलिस ने आवश्यक कार्यवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस इस मामले की हर कोण से जांच कर रही है।
उधर, पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार ने बताया कि अभी तक की जांच में पता चला है कि मूल रूप से रायगढ़ उडीसा के रहने वाले श्वेता सेनापति व सुनील सेनापति आपस में भाई बहन थे। यह लोग पंद्रह -सोलह वर्ष पहले यह लोग अपने परिवार के साथ विशाखपट्टनम गए थे। वहां पर इन लोगों ने काम धंधा शुरू किया था। लेकिन इन्हें लगातार नुकसान ही हुआ। पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक चार -पांच वर्ष पूर्व सुनील सेनापति ने बैंगलुरू में ओला कैब ड्राइवर की भी नौकरी की थी। लेकिन माता पिता की मृत्यु व कोरोना में उनके भाई संतोष सेनापति की मृत्यु के बाद उन पर आर्थिक संकट और गहरा गया। जिसके बाद यह दोनों भाई बहिन हरिद्वार आए फिर विकास नगर में रहने लगे। सुनील सेनापति ने सिडकुल में ड्राइवर का काम भी किया।
यह दोनों भाई बहन कुछ माह पूर्व जोशीमठ आकर यहां एक होम स्टे में रुके थे। दोनों भाई बहनों ने आर्थिक तंगी के कारण कुछ दिनों पूर्व जोशीमठ क्षेत्र में अपना मोबाइल व चांदी की पाजेब तक बेच दी थी। पैंसों की कमी के कारण इन लोगों ने जोशीमठ क्षेत्र में कुछ लोगों से पैसे उधार भी लिए थे। लेकिन दोनों के पास पैसा न होने की वजह यह काफी परेशान चल रहे थे। शायद जिस वजह से शायद दोनों आत्महत्या जैसा कदम उठाने मे मजबूर हुए थे।











