नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के द्विवार्षिक राज्य स्तरीय महाधिवेशन की तैयारियां शुरू
नैनीताल जनपद के हल्द्वानी में आयोजित होगा महाधिवेशन

काठगोदाम (नैनीताल)। नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे उत्तराखण्ड) के द्विवार्षिक दो दिवसीय राज्यस्तरीय महाधिवेशन की तैयारियों को लेकर यहां आयोजित बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गयी। जिसके लिए वरिष्ठ पत्रकार दया जोशी को मुख्य संयोजक नियुक्त किया गया।

महाधिवेशन की तैयारियों का दायित्व संभाल रही नैनीताल जनपद इकाई की बैठक में उपस्थित प्रदेश अध्यक्ष त्रिलोक चन्द्र भट्ट द्वारा आयोजन स्थल के चयन के साथ राज्यभर से आने वाले पत्रकारों और मीडिया कर्मियों के साथ होने वाली परिचर्चा में रखे जाने वाले मुद्दो के बारे में जानकारी दी गयी। उन्होंने कहा कि आगामी माह 8-9 मार्च को आयोजित दो दिवसीय महाधिवेशन के पहले दिन नैनीताल जनपद की कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण कराया जायेगा। जिसके बाद प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये यूनियन के सदस्य, प्रदेश कार्यकारिणी के लिए अपने प्रतिनिधियों और कार्यकारिणी पदाधिकारियों का चुनाव करेंगे। आयोजन में उत्तराखण्ड के लोक कलाकार विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले मीडियों प्रतिनिधियों के समक्ष अपनी रंगारंग प्रस्तुति देकर उन्हें उत्तराखंड की गौरवशाली सांस्कृति विरासत से रूबरू करायेंगे।
अधिवेशन में यूनियन की द्विवार्षिक स्मारिका ‘उत्तर पथ’ का विमोचन भी किया जायेगा। यूनियन द्वारा महिला सहायता समूहों द्वारा निर्मित सामग्री और पहाड़ी उत्पादों के स्टाल भी इस प्रादेशिक आयोजन का हिस्सा होंगे। जिन पर लोग खरीददारी भी कर सकेंगे। इस दो दिवसीय आयोजन के दौरान प्रिंट, इलेक्ट्रॅंनिक और सोशल मीडिया से चयनीत सर्वश्रेष्ठ पत्रकारों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया जायेगा तथा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष उपलब्धियां हासिल करने वाली प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया जायेगा।
बैठक में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आये पत्रकारों ने आयोजन की व्यवस्थाओं के लेकर अपने -अपने सुझाव दिये। आयोजन की व्यवस्थाओं के लेकर मुख्य संयोजक दया जोशी, सहित नरेन्द्र सिंह मेहरा, धर्मानन्द खोलिया, ईश्वरी दत्त भट्ट, संदीप पाण्डे, पूरून रूवाली, राकेश सिंह आदि को शामिल करते हुए एक संयोजक मंडल बनाया गया है। यह संयोजक मंडल आयोजन की पूरी ब्यवस्थाऐं करेगा।
बैठक में संदीप पाण्डे, राजकुमार केसरवानी, दया जोशी, पूरन रूवाली, धर्मानन्द खोलिया, ईश्वरी दत्त भट्ट, शंकर फुलारा, कपिल परगाई, शंकर दत्त पाण्डेय, भानु प्रताप बौरा, नरेन्द्र सिंह मेहरा, विजय गुप्ता, कंचन परिहार, राकेश सिंह, महेश चन्द्र कांडपाल, अरशद अली, मनोज गोयल, मुन्ना अंसारी, पंकज पाण्डे, अफसार हुसेन व सूर्या सिंह राणा आदि ने विचार व्यक्त किये।











