कर्मवीर जयानन्द भारती के सम्मान में मनाया गया शैलशिल्पी पराक्रम दिवस
मुख्य अतिथि ब्लाक प्रमुख द्वारीखाल बीना राणा ने कार्यक्रम का शुभारम्भ किया

कोटद्वार। विकासखण्ड द्वारीखाल में कर्मवीर जयानंद भारती के सम्मान में शैल शिल्पी पराक्रम दिवस मनाया गया। इस अवसर पर वक्ताओं द्वारा भारती जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें एक महान स्वतंता सेनानी वो समाज सुधारक बताया। कार्यक्रम में वृक्ष मित्र डा. त्रिलोक चंद्र सोनी को कर्मवीर जयानन्द भारती स्मृति सम्मान 2025 प्रदान किया गया।

रविवार को गुमखाल स्थित एक लाज में आयोजित आठवें शैलशिल्पी पराक्रम दिवस कार्यक्रम का शुभारम्भ बतौर मुख्य अतिथि ब्लाक प्रमुख द्वारीखाल बीना राणा ने दीप प्रज्वलित कर कर्मवीर जयानन्द भारती के चित्र पर माल्यार्पण किया।

कार्यक्रम में वृक्ष मित्र डा. त्रिलोक चन्द्र सोनी को शैलशिल्पी कर्मवीर जयानन्द भारती स्मृति सम्मान 2025 से विभूषित तथा अधिवक्ता अवनीश नेगी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इस दौरान शैलशिल्पी विकास संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विकास कुमार द्वारा कर्मवीर जयानन्द भारती के जीवन चरित्र, बलिदान व कुप्रथाओं के खिलाफ उनकी संघर्ष गाथाओं की विस्तार से जानकारी दी गयी।
मुख्य अतिथि बीना राणा ने अपने संबोधन में कर्मवीर जयानन्द भारती को सच्चा स्वतन्त्रता संग्राम सैनानी, कर्तव्यनिष्ठ व समाज सुधारक बताते हुए कहा कि उनके जीवन चरित्र से हमें शिक्षा लेनी चाहिए। किस प्रकार उन्होने एक सच्चे समाज सुधारक अन्ध विश्वास, छुआछूत जैसी कुप्रथाओं के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया था। वह देश की आजादी के लिए संघर्ष करते हुए वह अनेक बार जेल गये। उन्होने डोला पालकी आन्दोलन के खिलाफ भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य एमएल भारती, वरिष्ठ अधिवक्ता अवनीश नेगी, राजेन्द्र सिंह नेगी, भारत भूषण शाह, प्रधानाध्यापक डा. त्रिलोक चंद सैनी व डा. अरूण खुगशाल ने अपने अपने विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त खण्ड विकास अधिकारी बिजेन्द्र रिंगोडी तथा संचालन शैलशिल्पी विकास संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विकास कुमार आर्य ने किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि अवनीश नेगी, प्रदेश महासचिव सतीश प्रकाश, कोषाध्यक्ष काशीराम, मगुली देवी व समस्त क्षेत्रियों जनप्रतिनिधियों समेत बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही।


