जनपद पौड़ी में तीन चरणों में चलेगा विशेष प्रतिरक्षण सप्ताह
टीबी मुक्त जनपद बनाने हेतु विस्तृत स्तर पर परीक्षण व उपचार के निर्देश

पौड़ी। जनपद में भारत सरकार के निर्देशानुसार “मीजल्स एवं रूबेला (एमआर) उन्मूलन 2026” लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु विशेष प्रतिरक्षण सप्ताह आयोजित किया जायेगा। टीबी उन्मूलन की समीक्षा में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को टीबी मरीजों की पहचान करने व निक्षय मित्रों की संख्या बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि टीबी के मरीजों को विभिन्न अधिकारियों द्वारा गोद भी लिया जाएगा।

जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया द्वारा जिला सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर अभियान की तैयारियों व समन्वित कार्ययोजना पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि जिनका टीकाकरण होना है। उन्हें चिन्हित कर उनकी सूची बनाकर कार्यक्रम की कार्ययोजना प्रस्तुत करें।
जिलाधिकारी ने अभियान को सफल बनाने के लिये मुख्य शिक्षाधिकारी को अभियान की पूर्ण कार्ययोजना पूर्व में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, ताकि विद्यालय स्तर पर समुचित तैयारी हो सके। वहीं, बाल विकास विभाग को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों का सत्यापन करने के निर्देश दिए ताकि यह मालूम चल जाए कि कोई बच्चा नियमित टीकाकरण से वंचित न रहे। यदि कोई बच्चा विशेष अभियान के दौरान छूटता है, तो उसका तत्काल टीकाकरण कराएं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को यह भी कहा कि पिछले बार शतप्रतिशत टीकाकरण नहीं होने पर उसके कारणों का विस्तृत विश्लेषण कर तीन दिन के भीतर प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि निर्माण स्थलों, असेवित क्षेत्रों एवं घुमंतू जनसंख्या को चिन्हित कर उन्हें अभियान से जोड़ते हुए शत प्रतिशत टीकाकरण करना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने वन विभाग को वनगूजर क्षेत्रों (सिगड्डी, स्नेह, चौड़) में निवासरत परिवारों तक स्वास्थ्य विभाग की टीमों को पहुंचाने में सहयोग करने तथा आवश्यकतानुसार वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। वहीं, पंचायती राज विभाग को क्षेत्र समिति की बैठकों में अभियान की तिथियों की जानकारी देने व जनसहभागिता से सफल बनाने हेतु जनप्रतिनिधियों को सक्रिय रूप से शामिल करवाने को कहा गया। उन्होंने उद्योग विभाग से भी समन्वय कर टीकाकरण की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई भी बच्चा एमआर टीकाकरण से वंचित न रहे। अभियान की सफलता जनपद की सामूहिक जिम्मेदारी है।
जिलाधिकारी ने टीबी उन्मूलन की समीक्षा में स्वास्थ्य विभाग को टीबी मरीजों की पहचान करने के निर्देश देते हुए विकासखंड स्तर के स्वास्थ्य अधिकारियों को टीबी मरीजों के उपचार हेतु उनसे संपर्क करने को कहा। उन्होंने निक्षय मित्रों की संख्या बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि टीबी के मरीजों को विभिन्न अधिकारियों द्वारा गोद भी लिया जाएगा। जिससे उनसे संबंधित अधिकारी निरंतर संपर्क में रह सकेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि निक्षय पोषण योजना के तहत जिन्हें योजना का लाभ नहीं मिला है। उनका बैंक खाता व आधार कार्ड की जांच करें। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिये कि समय समय पर टीबी मरीजों से संबंधित समीक्षा करते रहें।
जिलाधिकारी ने ब्लाक लेबल के स्वास्थ्य अधिकारियों को भी स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि क्षेत्र के आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें।
एसीएमओ डा. रमेश कुंवर ने बताया कि यह अभियान तीन चरणों में संचालित होगा। प्रथम चरण 21 जुलाई से 31 जुलाई, द्वितीय चरण 19 अगस्त से 29 अगस्त और तृतीय चरण 18 सितम्बर से 29 सितम्बर 2025 तक चलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि एमआर से छूटे हुए एवं बीच में टीकाकरण से वंचित बच्चों को चिन्हित कर उनका शत प्रतिशत टीकाकरण किया जायेगा।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. शिव मोहन शुक्ला, प्रमुख अधीक्षक डा. एलडी. सेमवाल, डीपीआरओ जितेन्द्र कुमार, मुख्य शिक्षाधिकारी नागेन्द्र बर्तवाल, डा. आशीष गुसाईं, डा. रुचि, डा. सौरभ बोंठियाल, डा. जितेंद्र भारती व डा. विनय त्यागी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।












