उत्तराखण्डक्राइम/दुर्घटनादेहरादून

एसटीएफ ने सेंट्रल जेल से फरार पचास हजार का इनामी दबोचा

आजीवन कारावास की सजा के दौरान हुआ था फरार

देहरादून। एसटीएफ व सितारगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने केंद्रीय जेल सितारगंज से फरार अभियुक्त को राजस्थान से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। टीम द्वारा न्यायालय से ट्रांजिट रिमाण्ड लेकर अभियुक्त को आज उत्तराखण्ड लाया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने जानकारी देते हुए बताया कि अभियुक्त जरनैल सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर 14 अगस्त वर्ष 95 को नानकमत्ता क्षेत्र में मक्खन सिंह नामक एक व्यक्ति की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। मृतक के पिता चरण सिंह पुत्र धुमा सिंह निवासी नगला थाना नानकमत्ता जनपद ऊधमसिंह नगर की तहरीर पर नानकमत्ता थाने में आईपीसी की धारा 302/34 के तहत मामला दर्ज हुआ था। उक्त मुकदमें में अभियुक्त जनरैल सिंह को न्यायालय द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनायी गयी थी। सितारगंज जेल में आजीवन कारावास की सजा काटने में दौरान 27 अगस्त वर्ष 23 को वह मौका पाकर फरार हो गया था।

इस मामले में सितारगंज थाने में उसके विरुद्ध एक और मुकदमा आईपीसी की धारा 223/224 के तहत दर्ज हुआ था। अभियुक्त की लगातार फरारी के चलते उसके ऊपर पहले 25 हजार तथा बाद में 50 हजार का ईनाम घोषित किया गया था।

एसटीएफ के एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि अभियुक्त जरनैल सिंह की गिरफ्तारी हेतु एसटीएफ की कुमाऊँ यूनिट को निर्देशित किया गया था। टीम ने थाना सितारगंज पुलिस के साथ मिलकर तकनीकी तथा भौतिक सूचनाओं का विश्लेषण करते हुये अपने अथक प्रयास से गत शुक्रवार 7 फरवरी को जरनैल सिंह पुत्र बंजारा सिंह निवासी बिचई नानकमत्ता जनपद ऊधमसिंह नगर को राजस्थान के फलोदी जनपद से गिरफ्तार किया गया गया। अभियुक्त वहां नाम बदलकर रह मजदूरी कर रहा था। यहां उसने हनुमानगढ़ राजस्थान के पते पर सतपाल सिंह पुत्र गुरचरण सिंह फर्जी नाम से आधार कार्ड भी बनवा लिया था। टीम द्वारा न्यायालय से ट्रांजिट रिमाण्ड लेकर अभियुक्त जरनैल सिंह को आज उत्तराखण्ड लाया गया है।

एसटीएफ की इस कार्यवाही में मुख्य आरक्षी मोहित वर्मा, किशोर कुमार व सर्विलांस में किशन चन्द्र की विशेष भूमिका रही।

पुलिस पूछताछ में अभियुक्त जरनैल सिंह ने बताया की वह सितारगंज जेल से फरार होने के बाद अपने परिवार के पास के पंजाब के फजालका चले गया था। जहां से वह राजस्थान में जोधपुर के पास देचू थाना क्षेत्र में सतपाल सिंह पुत्र गुरचरण सिंह के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनाकर मजदूरी करने लगा था।

एसटीएफ टीम में निरीक्षक एमपी सिंह, उपनिरीक्षक केजी मठपाल, मुख्य आरक्षी किशोर कुमार, सुरेंद्र कनवाल, आरक्षी मोहित वर्मा, ओपी कृष्ण चंद्र शर्मा (सर्विलेंस) के अलावा थाना सितारगंज पुलिस के उप निरीक्षक कौशिक, आरक्षी अमित जोशी व राजेन्द्र गोस्वामी शामिल थे।

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चन्द्रपाल सिंह चन्द

संपादक - देवभूमि दर्पण
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