शिक्षक नेता व बलराज सिंह गुसाईं का निधन, शिक्षा जगत में शोक की लहर

पौड़ी (जगमोहन डांगी)। राजकीय शिक्षक संघ की पौड़ी जिला इकाई के अध्यक्ष एवं राज्य आंदोलनकारी बलराज सिंह गुसाईं का बुधवार को निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। देहरादून के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। वह अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
स्व. बलराज गुसाईं मूल रूप से विकासखंड कल्जीखाल के ग्राम थापली निवासी थे। वह छात्र जीवन में गढ़वाल विश्व विद्यालय पौड़ी परिसर में छात्र संघ उपाध्यक्ष व राज्य आंदोलनकारी भी थे। उन्होंने उत्तराखंड आंदोलन में भी सक्रिय भागीदारी निभाई थी।
वह वर्तमान में राजकीय इंटर कालेज चौबट्टाखाल में तैनात थे। वह शिक्षा व शिक्षकों की बेहतरी व उनके हितों के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहे। उनकी गिनती एक सुलझे हुए शिक्षक नेता के रूप में होती थी।
उधर, जिला मुख्यालय पौड़ी में मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में धरने पर बैठे जनपद के पंद्रह विकासखंडों के शिक्षकों व शिक्षिकाओं द्वारा दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
उनके निधन पर राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान, मंत्री रमेश पैन्यूली, मंडलीय अध्यक्ष श्याम सिंह सुंदरियाल, मंत्री डा. हेमंत पैन्यूली, शिक्षक नेता जयदीप रावत, प्रकाश बहुगुणा, रघुराज सिंह चौहान, मनोहर चमोली, जितेंद्र पंवार, रतन सिंह रावत, राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व पदाधिकारियों, शिक्षकों, विधायक राजकुमार पोरी, नगर पालिका अध्यक्ष हिमानी नेगी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष केशर सिंह नेगी, राज्य आंदोलनकारी वीरा भंडारी, पुष्कर जोशी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष एवं राज्य आंदोलकारी महेंद्र असवाल, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष एवं राज्य आंदोलनकारी सुदर्शन नेगी, ज्येष्ठ प्रमुख कल्जीखाल संजय पटवाल व पत्रकार जगमोहन डांगी समेत अनेक लोगों ने शोक जताते हुए इसे शिक्षा जगत में अपूरणीय क्षति बताया है।


