हरेला महोत्सव: पौधारोपण की तैयारी को लेकर बैठक आयोजित, पचास हजार पौधों के रोपण का लक्ष्य
प्रत्येक रोपे गए पौधे पर “माँ का नाम” अंकित करना अनिवार्य : जिलाधिकारी

पौड़ी। जनपद में हरेला पर्व के अवसर पर बड़े स्तर में पौधारोपण की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी ने एक महत्वपूर्ण बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित विभिन्न विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए।

सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने अवगत कराया कि हरेला पर्व बुधवार 16 जुलाई को मनाया जाएगा। जिसके अंतर्गत जनपद में एक दिन में पचास हजार पौधों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस वर्ष की थीम “एक पेड़ माँ के नाम” रखी गयी है।
जिलाधिकारी ने बताया कि हरेला महोत्सव के अंतर्गत समस्त संबंधित विभागों जैसे शिक्षा, वन, उद्यान, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, नगर निकाय, जिला पंचायत, जलागम, जिला उद्योग केंद्र एवं कृषि विभाग को उनके दायित्व और क्षमता के अनुसार पृथक -पृथक पौधारोपण लक्ष्य आवंटित किए गए हैं। प्रत्येक विकासखंड में पौधारोपण हेतु लक्ष्य निर्धारित कर दिए गए हैं। इसके अलावा उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वह तत्काल पौधों की उपलब्धता सुनिश्चित कर ऐसे स्थलों का चयन करें जहाँ पौधों की उचित देखभाल संभव हो सके तथा वृक्षारोपण से पूर्व गड्ढों की खुदाई समयबद्ध रूप से पूर्ण कर ली जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक रोपे जाने वाले पौधे पर “माँ का नाम” अंकित करना अनिवार्य किया गया है। जिससे इस अभियान को भावनात्मक जुड़ाव भी मिल सके। उन्होंने निर्देश दिए कि कार्यों की रिपोर्टिंग जमीनी स्तर पर कार्यरत कार्मिकों के माध्यम से समयबद्ध रूप से की जाए और प्रत्येक स्थल की जियोटैग युक्त फोटो अनिवार्य रूप से प्रस्तुत कर सामूहिक सहभागिक भी सुनिश्चित की जाए।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से बीडीओ व जलागम विभाग को निर्देशित किया कि अमृत सरोवरों के किनारे भी पौधरोपण सुनिश्चित किया जाए। वहीं, बीईओ को जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि वह विद्यालयों से वृक्षारोपण की रिपोर्ट प्राप्त करें।
बैठक में एसडीओ आयशा बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि पौधारोपण कार्यक्रम में पचास प्रतिशत पौधे फलदार प्रजातियों के होने चाहिए, ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ भी मिल सके। उन्होंने कहा कि इस अभियान में छात्र -छात्राओं, ग्रामीणों एवं स्थानीय नागरिकों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की जाए। पौधारोपण की गतिविधियों के अनुश्रवण एवं मूल्यांकन के लिए तहसील स्तर पर समितियों का गठन कर दिया गया है। साथ ही, एक निर्धारित प्रारूप में पौधारोपण से संबंधित सूचना जिला स्तर पर समयबद्ध रूप से भेजे जाने के निर्देश दिए गए हैं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, जिला उद्यान अधिकारी डा. दिनेश तिवारी, मुख्य शिक्षाधिकारी नागेंद्र बर्तवाल, कार्याधिकारी जिला पंचायत भावना रावत, ईओ नगर पालिका शांति प्रसाद जोशी सहित अन्य अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।












