निष्कासन पर विजय रावत का छलका दर्द
राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे से मुलाकात कर सैकड़ों कार्यकर्ताओं संग देंगे इस्तीफा

कोटद्वार। युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विजय रावत को पार्टी से छह साल के लिए निष्काषित किए जाने के बाद रावत के समर्थन में भारी संख्या में युवाओं ने एकजुट होकर उनके निष्कासन को गलत बताया। इस मौके पर विजय रावत ने कहा कि मेरी राजनीति को खत्म करने की कोशिश की जा रही है।
मानपुर स्थित एक होटल में पत्रकारों से रूबरू होते हुए विजय रावत ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा द्वारा बिना किसी स्पष्टीकरण के उन्हें अचानक पत्र भेजकर पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। वह पिछले 19 वर्षों से पार्टी के प्रति वफादार सिपाही रहे हैं। पार्टी के प्रति उन्होंने कभी कोई अनर्गल बयानबाजी भी नहीं की थी।
रावत ने कहा कि वह कांग्रेस उनके दिल में बसी है। लेकिन बीते दिनों गणेश गोदियाल, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत तथा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के कोटद्वार आगमन की सूचना तक उन्हें नहीं दी गयी थी।
उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी में खुलकर भीतरघात कर रहे हैं। उनके खिलाफ पार्टी हाईकमान द्वारा कोई निष्कासन की कार्यवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि उनके साथ यूथ कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता हैं। जैसा मेरे साथी कार्यकर्ता आदेश करेंगे मैं वैसा ही करूंगा। हम सब कार्यकर्ता मतदान से पहले एक साथ कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देंगे तथा दिल्ली जाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करेंगे।
इस दौरान महिला प्रकोष्ठ की विनीता भारती ने भी विजय रावत के निष्काषन पर भारी आक्रोश ब्यक्त करते हुए कहा कि हाईकमान द्वारा लिया गया यह निर्णय गलत है।
पत्रकार वार्ता में पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अंशुल घिल्डियाल, अभिषेक अग्रवाल व हिमांशु समेत भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।











