उत्तरकाशीउत्तराखण्ड

जनपदों के चक्कर में उलझे सौन्दी के ग्रामीण

प्रशासन की लापरवाह कार्यप्रणाली के चलते उत्तरकाशी में दस्तावेज ऑनलाइन नहीं, ग्रामीण झेल रहे परेशानी

उत्तरकाशी (ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह)। जनपद टिहरी गढ़वाल से पृथक कर जनपद उत्तरकाशी में सम्मिलित किए गए ग्राम पंचायत सौन्दी के ग्रामीणों में प्रशासन की लापरवाह कार्य प्रणाली के चलते भारी रोष ब्याप्त है। ग्रामीणों के मुताबिक उन्हें अपने दस्तावेज बनवाने के लिए दोनों जनपदों के कार्यालयों में चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। जिससे एक ओर उनका समय बर्बाद हो रहा है वहीं दूसरी ओर आर्थिक बोझ झेलना पड़ रहा है।

जनपद टिहरी गढ़वाल से ग्राम पंचायत सौन्दी हाल ही में उत्तरकाशी जनपद में सम्मिलित की गई थी। लेकिन अभी तक टिहरी जनपद से इस ग्राम पंचायत के दस्तावेज उत्तरकाशी जनपद के कार्यालय में ऑनलाइन उपलब्ध नहीं हो पाए हैं। जिसके परिणाम स्वरूप इस ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं और आवश्यक प्रमाण पत्रों के लिए दोनो जनपदों में दर दर भटकना पड़ रहा है।

पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य जयपाल सिंह चौहान के मुताबिक इस ग्राम पंचायत का परिवार रजिस्टर उत्तरकाशी में ऑनलाइन न होने की वजह से ग्रामीणों के आय प्रमाण पत्र, स्थायी निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्रों समेत अन्य आदि प्रमाण पत्र आदि नहीं बन पा रहे हैं। जिस कारण सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि शासनादेश के अनुसार ग्राम पंचायत सौन्दी अब उत्तरकाशी जनपद का हिस्सा बन चुकी है। लेकिन अभी भी पंचायत के सभी विभागों का संचालन टिहरी गढ़वाल से ही हो रहा है। ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा कि इस ग्राम पंचायत के समस्त विभागों के दस्तावेज टिहरी से उत्तरकाशी में स्थान्तरित किया जाए। ताकि योजनाओं का संचालन उत्तरकाशी से हो सके तथा स्थानीय निवासियों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। इस मुद्दे को लेकर कुछ दिन पूर्व ग्राम पंचायत सौन्दी के ग्रामीणों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन की सुस्त कार्य प्रणाली से नाराज होकर उत्तरकाशी के जिलाधिकारी से मुलाकात कर इस समस्या के जल्द समाधान की मांग की थी।

ग्रामीणों के मुताबिक अनेक बार प्रशासन से इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया गया है। लेकिन प्रशासन द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उधर, स्थानीय प्रशासन का कहना है कि इस समस्या का जल्द समाधान कर समस्त दस्तावेज उत्तरकाशी से आनलाइन शुरु किए जाएंगे। लेकिन प्रशासन यह स्पष्ट नहीं बता पा रहा है कि कब तक दस्तावेजों को ऑनलाइन किया जाएगा।

ग्रामीणों के मुताबिक जब वह अपनी समस्याओं के समाधान के लिए टिहरी गढ़वाल के अधिकारियों के पास जाते हैं तो अधिकारी उन्हें उत्तरकाशी का हवाला देते हैं तथा उत्तरकाशी के अधिकारी टिहरी का हवाला देते हैं। जिस कारण ग्रामीणों को न केवल समय व आर्थिक बोझ भी झेलना पड़ता है। बल्कि उन्हें हताश झेलनी पड़ती है।

ग्रामीणों ने शासन से मांग करते हुए कहा कि उत्तरकाशी जनपद के अधिकारियों को जल्द ही इन दस्तावेजों के संचालन की जिम्मेदारी दी जाए, ताकि स्थानीय स्तर पर प्रमाण पत्रों और योजनाओं से संबंधित कामों के लिए ग्रामीणों को।एक जनपद से दूसरे जनपद के चक्कर न लगाने पड़ें। बहरहाल देखना है कि प्रशासन ग्रामीणों की समस्या के समाधान की सुध कब तक लेता है।

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चन्द्रपाल सिंह चन्द

संपादक - देवभूमि दर्पण
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