राजकीय योजनाओं से सशक्त होंगे सीमांत क्षेत्रों में बुनकर, हथकरघा और हस्तशिल्प को मिलेगा संबल : राज्य मंत्री सेमवाल
ग्रोथ सेंटरों का निरीक्षण कर बुनकरों की समस्याओं का लिया फीडबैक

उत्तरकाशी। सीमांत क्षेत्रों में हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास की संभावनाओं को मजबूती देने तथा बुनकरों की समस्याओं के समाधान हेतु राज्य के हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद के राज्यमंत्री वीरेंद्र दत्त सेमवाल तीन दिवसीय भ्रमण पर रविवार प्रातः उत्तरकाशी पहुंचे। इस अवसर पर डुंडा स्थित ग्रोथ सेंटर में जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक द्वारा उनका स्वागत किया गया।


राज्यमंत्री सेमवाल ने डुंडा समेत उत्तरकाशी जनपद के विभिन्न ग्रोथ सेंटरों का निरीक्षण किया। डुंडा स्थित ग्रोथ सेंटर में ‘सांची संगठन’ समूह द्वारा संचालित गतिविधियों का जायजा लेते हुए उन्होंने वहां कार्यरत बुनकरों से सीधा संवाद किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ की गई “वोकल फॉर लोकल” योजना तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “आत्मनिर्भर उत्तराखंड” के दृष्टिकोण के तहत योजनाओं से बुनकरों को अधिकाधिक लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए।

राज्यमंत्री ने हिमाद्रि एंपोरियम, कार्डिंग प्लांट और वुडन सीएफसी का भी स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने हस्तशिल्प एवं काष्ठकला से जुड़े शिल्पियों से वार्ता कर उनकी समस्याएं सुनीं और समाधान हेतु ठोस प्रयासों की बात कही। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ‘मां गंगा सीएलएफ नेताला’ द्वारा निर्मित उत्पादों का अवलोकन भी किया। जिन्हें बाजार में ‘हिलांश’ ब्रांड के तहत बेचा जाता है।
राज्यमंत्री सेमवाल ने कहा कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने यह भी कहा कि हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र न केवल पारंपरिक कारीगरों को आजीविका प्रदान करते हैं। बल्कि राज्य की सांस्कृतिक पहचान को भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर सुदृढ़ करते हैं।
राज्यमंत्री ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि बुनकरों की कला एवं परिश्रम को उचित मंच प्रदान करने हेतु योजनाओं को जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया जाए और उन्हें अधिक से अधिक रोजगार के अवसर मुहैया कराए जाएं। उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि राज्य सरकार हस्तशिल्प उत्पादों को देश दुनिया के बाजारों में पहचान दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र शैली डबराल, सहायक प्रबंधक डुंडा आकाश, सहायक प्रबंधक सीमा बिष्ट सहित विभिन्न ग्रोथ सेंटरों के संचालक भी उपस्थित रहे।











